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33.59 प्रतिशत बिलो दर पर चंद्राकर कंस्ट्रक्शन लगाएगी हाईमास्क लाइट, अधोसंरचना मद के 55 में से 33 कामों की निविदा निरस्त  Featured

खैरागढ़. ठेकेदारों के बीच चल रही प्रतिस्पर्धा ने नगरपालिका में वर्षो से चल रही परंपरा को छिन्न - भिन्न कर दिया है। जो काम 10 से 12 प्रतिशत एबव ( अधिक ) में वर्षो से दिए जा रहे थे। वे प्रतियोगिता के चलते 30 प्रतिशत तक बिलो ( कम ) में जा रहे हैं। शनिवार को सांसद संतोष पांडे की अनुशंसा से स्वीकृत 2 करोड़ 98 लाख 42 हज़ार के कार्यों की निविदा खोली। लेकिन कोरम के अभाव में 55 में से 33 काम निरस्त हो गए। दूसरी तरफ वार्ड क्रमांक 04 राजफैमिली,वार्ड क्रमांक 07 जय स्तंभ चौंक,वार्ड क्रमांक 9 इतवारी बाज़ार में लगने वाले हाईमास्क लाइट का कार्य क्रमशः 33.59 प्रतिशत,31.73 प्रतिशत,31.31प्रतिशत बिलो ( कम ) दर पर ठेकेदार अमित चंद्राकर की निर्माण एजेंसी चंद्राकर कंस्ट्रक्शन को प्राप्त हुए। शेष 19 काम भी प्रतियोगिता के चलते अधिकतम 22.66 प्रतिशत बिलो ( कम ) दर तक गए। यह मणिकंचन केंद्र का कार्य था। जो ठेकेदार प्रकाश सिंह को मिला। 6 काम ठेकेदार ददू तिवारी के अथर्व एसोसिएट को मिले। जो अधिकतम 20 प्रतिशत बिलो ( कम ) दर पर मिले। ठेकेदार तरुण सिंह को कुल 3 काम मिले। जिसकी अधिकतम बिलो ( कम ) दर 21.27 प्रतिशत रही। इसी तरह से ठेकेदार प्रकाश सिंह को 3 काम,ठेकेदार गोरेलाल वर्मा को 19.00 प्रतिशत बिलो ( कम ) दर पर और ठेकेदार अनिमेष सिंह के हक इंटर प्राइजेस को 18.38 बिलो ( कम ) दर पर मंच निर्माण का काम मिला।


इसलिए निरस्त हुए 33 काम 


निविदा प्रक्रिया में फॉर्म खरीदने के दौरान अथर्व एसोसिएट,हक इंटरप्राइजेज व ठेकेदार तरुण सिंह के बीच सीधी प्रतियोगिता थी। लेकिन अथर्व एसोसिएट व हक इंटरप्राइजेस ने फॉर्म ही नहीं डाला। नियम अनुसार निविदा प्रक्रिया के लिए 3 फर्मों का होना अनिवार्य है। दो फॉर्म न भरे जाने के कारण एकमात्र ठेकेदार बचने की वजह से काम कैंसिल हो गया।


भरेगा पालिका का खज़ाना 


पहली बार ठेकेदारों के बीच चल रही प्रतियोगिता का फायदा पालिका को होगा। नियम अनुसार प्रक्रिया के 15 दिवस के भीतर कार्य आदेश से पहले सभी ठेकेदारों को अंतर की राशि पालिका में जमा करनी होगी। जिसके बाद ही कार्य आदेश जारी होगा। 


पालिका प्रशासन पर टिकी निगाहें 


पहले 15 वें वित्त के 2 करोड़ 39 लाख के 57 कार्यों और उसके बाद अधोसंरचना मद के 2 करोड़ 98 लाख 42 हज़ार के 55 कार्यों की निविदा प्रक्रिया के बिलो दर पर जाने व 33 कामों के निरस्त होने के बाद अब निगाहें एक बार फिर पालिका प्रशासन पर है कि क्या बाकी काम भी निरस्त होंगें और फिर से प्रक्रिया की जाएगी या फिर पैसे जमा करवा कर कार्य आदेश जारी किया जाएगा।

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Last modified on Friday, 22 November 2024 18:27
रागनीति डेस्क-1

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