विधायक देवव्रत सिंह के बयानों को लेकर पूर्व जनपद पंचायत उपाध्यक्ष खम्हन ताम्रकार ने किया चैलेंज।
खैरागढ़. गंडई क्षेत्र में शराब और सट्टे के कारोबार पर विधायक देवव्रत सिंह के बयानों को पूर्व जनपद पंचायत उपाध्यक्ष खम्हन ताम्रकार ने दुर्भाग्यजनक करार दिया है। ताम्रकार ने आपत्ति जताते हुए कहा कि गंडई क्षेत्र के तमाम जनप्रतिनिधियों को एक कटघरे में खड़ा करना बेहद आपत्ति जनक है।
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विधायक सिंह को ऐसे लोगों को नाम सार्वजनिक रूप से उजागर करना चाहिए जो इस कारोबार में लिप्त हैं। ताम्रकार ने कहा कि विधायक सिंह को यह भी बताना चाहिए कि वो कौन से जनप्रतिनिधि हैं। जिनके घरों तक अवैध शराब और सट्टे का पैसा पहुंचता है।
ताम्रकार ने कहा कि विधायक सिंह बयान भूपेश बघेल सरकार की नाकामियों को उजागर करती है। क्योंकि पुलिस और प्रशासन तंत्र सरकार के संरक्षण में ही काम करती है। और यदि जो विधायक यह कहता हो कि यदि ब्लड टेस्ट करा लिया जाए तो कोरोना नेगेटिव और कांग्रेस पॉजिटिव निकलेगा। उन्हें ही पुलिस के खिलाफ गृह मंत्री तक गुहार लगानी पड़े तो इससे ज्यादा खराब स्थिति क्या हो सकती है।
सरकारी तंत्र की संलिप्तता की ओर इशारा
पूर्व जनपद उपाध्यक्ष ताम्रकार ने आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक के आरोपों से ये साफ जाहिर हो रहा है कि भूपेश सरकार अपराधियों को पुलिस के माध्यम से संरक्षण देने का काम कर रही है। और पुलिस के संरक्षण में अवैध शराब और सट्टे का कारोबार फल फूल रहा है। जो सरकारी तंत्र की संलिप्तता की ओर इशारा कर रही है।
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चढ़ावा चढ़ाने वालों का भी नाम बताएं विधायक
विधायक सिंह ने पुलिस तक चढ़ावा चढ़ाए जाने की बात भी कहीं है जो एक गम्भीर आरोप है। वो कौन लोग हैं जो पुलिस और जन प्रतिनिधियों को चढ़ावा चढाते है। जाहिर तौर पर सत्ता पक्ष के लोगों की पहुंच ही पुलिस के अधिकारियों तक अधिक होगी।
बॉर्डर से आ रही शराब तो क्या कर रही सरकार
ताम्रकार ने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश बॉर्डर से यदि अवैध शराब लाई जा रही तो पुलिस क्या कर रही है। मतलब सबकुछ सरकार के इशारे पर ही हो रहा है। क्योंकि मध्य प्रदेश से आ रही अवैध शराब की जानकारी सरकार को नहीं है। ये बात नही मानी जा सकती है। ताम्रकार ने कहा कि ये बात जाहिर है कि सरकार अवैध शराब के व्यापार को रोक पाने भी नाकाम रही है।
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