ये तो पॉलिटिकल ड्रामा है/ 4 अक्टूबर की रात खैरागढ़ कांग्रेस कमेटी के ब्लॉक अध्यक्ष भीखमचंद छाजेड़ और सीएमओ पीएस सोम के बीच विवाद हुआ।
कांग्रेसियों के गाली-गलौज और हंगामे से परेशान सीएमओ ने उसी रात थाने में शिकायत कर दी।
इस बात की भनक लगते ही कांग्रेस ने रणनीति बनाई और दूसरे दिन 5 अक्टूबर को 6 सूत्रीय मांगों को लेकर विधायक गिरवर जंघेल के साथ धरने पर बैठ गए।
एक घंटे का पूरा प्रदर्शन मंगल भवन में शराब खोरी के खिलाफ नारेबाजी में गुजरा, जनहित के मुद्दों पर एक-दो बार ही नारेबाजी हुई।
ज्ञापन में उठाए गए मुद्दे परिषद की आगामी बैठक के एजेंडे में शामिल विषयों में से ही थे, जिस पर नगर पालिका के सभी पार्टी के पार्षद सहमत हैं।
नियाव@ खैरागढ़
नगर पालिका में चल रहा ड्रामा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार रात तकरीबन साढ़े आठ बजे मंगल भवन में ब्लॉक अध्यक्ष भीखम चंद छाजेड़ सहित पहुंचे कांग्रेसियों ने भारी हंगामा मचाया। सीएमओ पीएस सोम ने देर रात पुलिस में रिपोर्ट की। इसके दूसरे दिन शुक्रवार सुबह विधायक गिरवर जंघेल सहित कांग्रेसियों ने नगर पालिका के सामने धरना दिया और सीएमओ मुर्दाबाद के नारे लगाए।
यहां दिखाए तेवर/ विधायक गिरवर ने प्रशासन को दिया पांच दिन का अल्टीमेटम
विधायक गिरवर जंघेल ने प्रशासन को पांच दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि इसके बाद भी निराकरण नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन करेंगे।
सुबह तकरीबन एक घंटे तक बैठे कांग्रेसियों ने सीएमओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेसी काफी आक्रोशित नजर आए। ब्लॉक अध्यक्ष भीखम चंद छाजेड़ ने मंगल भवन में शराब पीना बंद करो के भी नारे लगाए। फिर पूरे प्रदर्शन के दौरान इसी नारे की गूंज रही। इसके बाद एसडीएम और सीएमओ की अनुपस्थिति में नायब तहसीलदार एसके पेंड्रा को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें नारेबाजी से नदारद रहे मुद्दे नजर आए। इसमें अमलीपारा मोड़ से फारेस्ट नाका तक रोड की मरम्मत और चौड़ीकरण के दौरान टूटे मकानों का मुआवजा प्रकरण बनाने की मांग भी शामिल की गई। विधायक गिरवर जंघेल ने 6 बिंदुओं का ज्ञापन सौंपते हुए प्रशासन को पांच दिन का समय दिया और कहा कि निराकरण नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।
परिषद में जोड़े गए हैं सारे विषय, फिर भी प्रदर्शन
नगर पालिका में कांग्रेस की ही अध्यक्ष हैं और ज्ञापन में उठाए गए प्रमुख विषय आठ अक्टूबर को होने जा रही बैठक के एजेंडे में जोड़े गए हैं। इसका मतलब की गुरुवार रात हुई रिपोर्ट से आक्रोशित कांग्रेसियों ने इसे ही मुद्दा बनाकर पालिका को घेरने की कोशिश की। हालांकि नारेबाजी के दौरान ये मुद्दे गायब रहे।
प्रदर्शन में नहीं दिखीं अध्यक्ष, गायब रहे पार्षद भी
सीएमओ के खिलाफ प्रदर्शन में नगर पालिका की अध्यक्ष मीरा चोपड़ा नहीं दिखीं। पार्षदों में शैलेंद्र वर्मा और दिलीप लहरे ही दिखाई दिए। मनराखन देवांगन, सुबोध कांत पांडेय, सोनू ढीमर, कीर्ति वर्मा, सुमन पटेल जैसे कांग्रेस के दिग्गज पार्षदों ने इससे दूरी बनाए रखी।
यहां गरमाया माहौल/ राजेश ने विरोध जताया तो चढ़ बैठे कांग्रेसी
गुरुवार रात साढ़े आठ बजे मंगल भवन का वह सीन जिसमें सहायक राजस्व निरीक्षक राजेश तिवारी के विरोध जताने पर कांग्रेसी दबाव डालते दिखाई दे रहे हैं।
ब्लॉक अध्यक्ष और सहा. राजस्व निरीक्षक की बहस के कुछ अंश
समय: रात 8.30 बजे। स्थान: मंगल भवन, जहां सीएमओ का निवास भी है। सीएमओ पीएस सोम बालकनी में खड़े हैं और नीचे सहायक राजस्व निरीक्षक राजेश तिवारी और कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष भीखम चंद छाजेड व अन्य कांग्रेसियों के बीच बहस चल रही है।
भीखम: शपथ ग्रहण समारोह का तीन साल से पेमेंट नहीं हुआ है।
राजेश: गलत ये है कि साढ़े आठ-नौ बजे रात को किसी अधिकारी के घर में आकर ऐसा करना। ये गुंडागर्दी है।
भीखम: (कुछ उग्र होते हुए) ए… गुंडागर्दी वाली बात मत कर। वो (सीएमओ) खुद बुलाया है मुझे। ज्यादा होशियारी मत दिखा, कोई दूध के धुले नहीं हो।
अध्यक्ष और सीएमओ एक दूसरे पर लगा रहे हैं आरोप
सीएमओ ने की बदतमीजी
मैंने फोन लगाकर पूछा कि विधायक जी ने भूमिपूजन किया तो पालिका का कोई कर्मचारी क्यों नहीं पहुंचा? इस पर सीएमओ ने मुझसे बदतमीजी से बात की। तब हम लोग मंगल भवन पहुंचे थे।
-भीखम चंद छाजेड़, ब्लॉक अध्यक्ष
मैंने बदतमीजी नहीं की
मैंने कोई बदतमीजी नहीं की। उन्होंने फोन पर जोर-जोर से बात की और मंगल भवन पहुंचने के बाद गाली-गलौज भी करने लगे। मैंने उन्हें बताया था कि भूमिपूजन के बारे नगर पालिका में जानकारी नहीं दी गई थी।
-पीएस सोम, सीएमओ