×

Warning

JUser: :_load: Unable to load user with ID: 807

विरोध : भीम रेजीमेंट ने किया कलेक्टरेट का घेराव,लगे कलेक्टर मुर्दाबाद के नारे Featured

खैरागढ़. बीते सोलह तारीख से कलेक्ट्रेट के सामने भूख हड़ताल पर बैठी विधवा महिला को न्याय दिलाने भीम रेजीमेंट ने धरना प्रदर्शन किया। महिला झामिन बाई के साथ एसडीएम आफिस के सामने धरना प्रदर्शन के बाद रेजीमेंट के पदाधिकारी ने कलेक्टर मुर्दाबाद के नारे लगाए। साथ ही जिला प्रशासन और विधायक सहित कांग्रेस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। रैली की शक्ल मे कलेक्ट्रेट पहुंचें। और प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर डॉ.जगदीश कुमार से मुलाकात की। मामले के जल्द निराकरण की मांग की। और मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। कलेक्टर ने स्थानीय प्रशासन को निराकरण का निर्देश जारी करने की जानकारी दी। 


नहीं पहुंची प्रशासन तक आवाज़


बीते सोलह नवंबर से पहले तीन दिन कलेक्ट्ररेट गेट मे, दो दिन सिविल अस्पताल और एक सप्ताह मेडिकल कालेज मे इलाज कराने के बाद भी दलित विधवा महिला की आवाज प्रशासन के कानो मे नही पहुॅच रही थी। जिसके चलते भीम रेजीमेंट से स्वत: संज्ञान लेकर उसका साथ दिया और जिला प्रशासन को बैक फुट पर आने पर मजबूर कर दिया। 


पंद्रह दिनों से काबिज थी महिला


वनाचंल क्षेत्र साल्हेवारा अंतर्गत सहसपुर पंचायत की विधवा और चार बच्चो की माता झामिन भारती का बना बनाया पक्का घर पंचायत ने अतिक्रमण बताते हुए ध्वस्त कर दिया। जबकि उसी खसरे और रकबे मे एक दर्जन से ज्यादा लोगो ने घर बनाया है। महिला फरियाद लेकर सीएम हाऊस पहुंचीं। सचिवालय से जिला प्रशासन को उचित कारवाई का लेटर आया। लेकिन संवेदनशील मुखिया के राज मे असंवेदनशील अधिकारियो का रवैया वाजिब नही रहा, सूचना के बाद झामिन से कोई बात नहीं की गई। तीन दिन तक कलेक्ट्ररेट मे मासूम बच्चो के साथ भूखी प्यासी बैठी रही, तबियत खराब हुई तो दो दिन सिविल अस्पताल मे इलाज हुआ। सुधार नही होने पर मेडिकल कालेज ले गए। जहॉ उसका इलाज चला। लेकिन झाामिन भारती मकान तोडऩे वालो पर कारवाई और नए आवास निर्माण के लिए आर्थिक सहायता की जिद लिए डटी रही। इस बीच सहसपुर पंचायत ने भी अपनी गलती मानते हुए जिला प्रशासन को लेटर देकर कहा है कि ग्रापं ने महिला का सहयोग करने का निर्णय लिया है, ग्रामसभा मे अनुमोदन बाद आवास दिया जाएगा और महिला की आर्थिक स्थिति, बच्चो की परवरिश को देखते हुए शासन स्तर से मिले आर्थिक सहायता से उन्हे कोई दिक्कत नही है। 


पंचायत ने किया मकान ध्वस्त


धरने के दौरान रोज सुबह महिला बच्चों के साथ देर रात तक मुझे न्याय चाहिए की तख्ती लिए मेन गेट पर बैंठी रहती थी। झामन बाई का कहना था कि उसके मकान से सटे और भी मकान है, लेकिन दुर्भावनापूर्वक सिर्फ उसके मकान को तोड़ा गया है। निरात्रित पेंशन भी सालभर से बंद कर दिया है। प्रशासन की कार्रवाई से करीब 4 लाख का नुकसान हुआ है जिसके मुआवजे की मांग के लिए उसे अनिश्चितकालीन धरने पर बैठना पड़ रहा है। सीएम सचिवालय मे 24 मई को आवेदन देने पर वहॉ से जिला प्रशासन को आवश्यक कारवाई का निर्देश दिया गया, दुबारा फिर पत्र जारी हुआ लेकिन पीडि़ता को आर्थिक सहायता नहीं मिली। 


जिला प्रशासन ने नही ली सुध 


महिला के भूख हड़ताल पर होने की सूचना देने के बाद भी जिला प्रशासन का इस मामले मे निराकरण या समझाइश को लेकर पहल नही करना। जिला प्रशासन की व्यवस्थागत खामियो को प्रदर्शित करता है। हालाकि उसकी मांग कितनी जायज है। या नाजायज ये जॉच बाद ही पता चलता। लेकिन सूचना के बाद भी पंद्रह दिनो से उपर महिला का नवगठित जिले मे कलेक्टोरेट के सामने धरने पर बैठना अधिकारियो की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहा है। 

 

कलेक्टर डॉ जगदीश सोनकर ने बताया

उस महिला कि समस्या का निराकरण होना है।ये विरोध प्रदर्शन बेवजह है। 

Rate this item
(0 votes)
Last modified on Thursday, 01 December 2022 17:08

Leave a comment

Make sure you enter all the required information, indicated by an asterisk (*). HTML code is not allowed.