ख़ैरागढ़. ग्राम पेंड्री के रहवासियों ने सरपंच पर 14 वें और 15 वें वित्त की राशि के गबन का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने मामले की जांच की मांग एसडीएम सहित उच्चाधिकारियों से की है। साथ गड़बड़ी के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करने की मांग की गई है। ग्राम के दीपक दास मानिकपुरी,लक्ष्मीनारायण सहित अन्य ने बताया कि सूचना के अधिकार से गबन की जानकारी मिली। सरपंच सचिव ने मिलकर गड़बड़ी को अंजाम दिया है। कुल 9 फ़र्ज़ी बिलों के सहारे राशि निकालकर बंदरबाट किया गया है। ग्रामीणों ने बिल के अनुसार कार्य मिलान किया तो पाया कि ज्यादातर काम किया ही नहीं गया है।
चंद्राकर ट्रेडर्स के बिलों से निकाले लाखों रूपए
ग्रामवासियों ने बताया कि चंद्राकर ट्रेडर्स ख़ैरागढ़ के नाम से बिल क्रमांक 181 / 10.05.2020 से सब मर्सिबल पंप,केबल वायर और पाइप का खर्च बताकर 86,000 रुपए,बिल क्रमांक 381/17.05.2020 से नाला बंधान, गिट्टी कार्य,रेती का खर्च बताकर 48000 रूपए,182/17.05.2020 से नाला बंधान,सीमेंट,छंड़ का ख़र्च बताकर 103500 रूपए,384/18.05.2020 नाला बंधान,गिट्टी का खर्च बताकर 49000 रूपए,111/17.06.2020 से जेसीबी से नाली खुदाई,वार्ड क्रमांक 4,5,6,9 व मुरुम ढुलाई का खर्च बताकर 87,200 रुपए,106/10.06.2020 से मुरुम व मिट्टी ढुलाई का ख़र्च बताकर 88,500 रूपए की राशि निकाली गई है।
नाली निर्माण के लिए आर के ट्रेडर्स साल्हेभर्री का लगाया फ़र्ज़ी बिल
ग्रामवासियों ने बताया कि नाली निर्माण के नाम से भी दो फ़र्ज़ी बिल लगाए गए हैं। जिसमें पहला बिल क्रमांक 467/21.10.2020 से नाली निर्माण के नाम से 49000 रुपए और बिल क्रमांक 468/21.10.2020 से 24,300 रुपए आहरित किये गए हैं। इसी तरह पेंटर विजय के नाम पर पेंटिंग,पुताई व पुट्ठी कार्य बताकर 80600 रूपए निकाले गए हैं।
शिकायत पर जांच हुई - पंचायत इंस्पेक्टर
मामले में जांच करने पहुंचें पंचायत इंस्पेक्टर चित्रदत्त दुबे ने बताया कि शिकायत पर जांच की गई है। प्राथमिक रूप से कुछ बिल लगाए हैं। जिनका कार्य मौके पर नहीं दिखा। शेष प्रतिवेदन में सामने आएगा।
बोलने पर भी मौके पर नहीं गए जांच अधिकारी
दीपक दास मानिकपुरी ने बताया कि ग्रामीणों की बार बार अनुरोध करने के बावजूद पंचायत इंस्पेक्टर मौके पर नहीं गए। और मौके से ही लौट गए। और बाद में जांच की बात कहकर चले गए।