इक़रा फाउंडेशन ने कराया नेत्रदान विषय पर क्विज कॉम्पीटिशन
इक़रा फाउंडेशन के सदस्य, जनभागीदारी सदस्य व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हुयी अतिथि के रूप में शामिल
खैरागढ़. अमलीपारा हाई स्कूल शाला परिसर में मंगलवार 7 सितम्बर को जिलाधीश एवं अध्यक्ष जिला अंधत्व नियंत्रण समिति राजनांदगाव तारण प्रकाश सिन्हा के नेतृत्व में सीएमओ डॉ. मिथलेश चौधरी के मार्गदर्शन व जिला नोडल अधिकारी डॉ. एमके भुआर्य के निर्देश पर 36वाँ नेत्रदान पखवाड़ा का समापन ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष श्रीमती यशोदा नीलाम्बर वर्मा, इक़रा फाउंडेशन के संस्थापक सदस्य अब्दुल रज्जाक खान, अध्यक्ष खलील कुरैशी, कोषाध्यक्ष शमसुल होदा खान, वरिष्ठ सदस्य हाजी रिजवान मेमन, वरिष्ठ सदस्य जफ़र उल्लाह खान,जनभागीदारी समिति वरिष्ठ सदस्य सुभाष चावड़ा,इक़रा फाउंडेशन सहसचिव व जनभागीदारी सदस्य मोहम्मद याहिया नियाज़ी के विशेष आतिथ्य व व्यापारी संघ उपाध्यक्ष प्रदीप अग्रवाल, वरिष्ठ पत्रकार किशोर सोनी सहित संस्था के प्राचार्य ईश्वर प्रसाद ठाकुर, एमआर गांवड़े, सी एल साहू, नीलेश श्रीवास्तव, मोहम्मद आसिफ खान, श्रीमती संगीता वर्मा, श्रीमती गीता यादव व खिलेश साहू की विशेष उपस्थिति में संपन्न हुआ.
समापन कार्यक्रम में वरिष्ठ नेत्र रोग अधिकारी श्रीमती दुर्गेश नंदिनी श्रीवास्तव ने कहा कि यहां उपस्थित आप सभी लोग नेत्रदान के महत्व को समझें और अपने अपने कर्तव्य अनुसार अपने आसपास के लोगो को नेत्रदान के प्रति जागरूक करने का प्रयास करें. उन्होंने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गाँधी ने अपने पुत्र कि स्मृति में राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम की शुरुवात की थी और प्रत्येक वर्ष 25 अगस्त से 8 सितम्बर तक राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है. श्रीमती श्रीवास्तव ने बताया की हमारे देश में लगभग 2 करोड़ लोग कार्निया खराब होने की वजह से अंधत्व रोग से पीड़ित है।
वही जो दानदाता मरणोपरांत नेत्रदान करना चाहता है तो उसके लिये मरणोपरांत 6 घंटे के अंदर कार्निया निकलने की प्रक्रिया है और मृत्यु पश्चात् 2 घंटे के अंदर इसकी सूचना समीप के अस्पताल में दे देवे तभी नेत्रदान की प्रक्रिया सही ढंग से संपन्न हो पायेगी. इस दौरान संस्था के प्राचार्य श्री ठाकुर ने कहा कि पहली बार हमारे स्कूल में नेत्रदान पखवाड़ा जैसा महत्वपूर्ण कार्यक्रम संपन्न हो रहा जिससे हम सभी गौर्वान्वित महसूस कर रहे, उन्होंने कहा कि मरणोपरांत हमारा शरीर किसी काम का नहीं रहता ऐसे में अगर नेत्रदान या अंगदान हो जाये तो हमारे लिये खुशकिस्मती कि बात है. ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती यशोदा नीलाम्बर वर्मा ने बच्चों से कहा कि नेत्रदान करने के लिये कोई उम्र निर्धारित नहीं है।
आप लोग यहां सुन रहे कि नेत्रदान महादान है और इस बात को घर जाकर अपने बड़े बुजुर्गो और ग्रामवासियों को जरूर बताये ताकि सभी लोग नेत्रदान के प्रति जागरूक हो. उन्होंने कहा जैसे रक्तदान करते है वैसे ही नेत्रदान करने भी सब आगे आये. खलील कुरैशी ने कहा कि नेत्रदान महादान है और उन्होंने बच्चों को अपने परिवार, ग्रामवासियों एवं समाज में लोगो को नेत्रदान के प्रति जागरूक करने की अपील की ताकि लोग नेत्रदान के प्रति जागृत हो सके. समशुल होदा खान ने कहा की नेत्रदान मृत्युपरांत करना मानव जीवन में बहुत बड़ी सेवा है और ये अवश्य करना चाहिये ताकि जरुरतमंदो का भला हो सके क्यूंकि मरने के बाद भी हम दूसरों के काम आ सकते है.
कार्यक्रम का सफल संचालन और आभार प्रदर्शन करते हुये मोहम्मद याहिया नियाज़ी ने समस्त बच्चों और उपस्थितजनों को नेत्रदान के लिये जागरूक करने का प्रयास किया और बच्चों को हमेशा सत्य के मार्ग में अपने गुरुजनों के मार्गदर्शन में चलते हुये अनुशासन में रहकर मेहनत करने की नसीहत व उज्जवल भविष्य की शुभकामना दी. इस दौरान स्कूली बच्चों व 40 वर्ष से अधिक महिला पुरुषों के नेत्र का परिक्षण किया गया और जरुरतमंदों को निशुल्क आई ड्राप और चश्मे का वितरण भी किया गया.. इस अवसर पर इक़रा फाउंडेशन द्वारा 8वीं, 9वीं और 10वीं के बच्चों का ग्रुप बनाकर क्विज कॉम्पीटिशन भी कराया गया और विजयी छात्रों को इक़रा फाउंडेशन ने स्मृति चिन्ह भेटकर स्वागत किया और सांत्वना पुरुस्कार भी बांटा गया..