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बंकिम दृष्टि

बंकिम दृष्टि (80)

तकरीबन आठ माह का हो चुका है, कोरोना (Corona) यानी Covid-19।

चीन के वुहान में जन्मा यह वायरस जब से

ये है नैसर्गिक न्याय! तीन दिनों की बारिश ने साठगांठ की कलई खोल दी। पानी ने अपने रास्ते बहकर ठेंगा

पाइथागोरस प्रमेय तो हर किसी को याद ही होगा? यूनान के गणितज्ञ थे, पाइथागोरस। उन्हें ही इस प्रमेय की खोज

आमनेर, मुस्का और पिपरिया जैसी त्रिवेणी के बीच 'राजा बहादुर' की इस कल्पना को निहारिए। आपका खैरागढ़ किसी प्रयागराज से

आपने भी सुना ही होगा!!! नहीं सुना है, तो सुनिए।

खैरागढ़ के सियासी गलियारे में 'घोड़े' हल्ला मचा रहे हैं

बात है 1935 की। ब्रिटिश काल की। तब राजतंत्र था, जब पॉवर हाउस की नींव रखी गई। उसी गंजीपारा में

खैरागढ़ की सियासत करवट ले रही है। सियासी गतिविधियों पर नजर डालें, सारा माजरा स्पष्ट हो जाएगा। बैठक रद्द कराना

तकरीबन तीन माह बाद Khairagarh में होने जा रहे नगर पालिका चुनाव का असर अभी से दिखने लगा है। भाजपा

"हे भारत कुल भूषण (धृतराष्ट्र), ज्ञानी पुरुष हमेशा श्रेष्ठ कर्मों में रूचि रखते हैं, और उन्नती के लिए कार्य करते

‘गोल-गोल रानी, इत्ता-इत्ता पानी’, गंजीपारा की गलियों में बच्चों का खेल। भारी बारिश की चेतावनी देते काले बादल और बनते-बिगड़ते

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